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Saturday, 31 December 2011
108 Names of Lord Krishna
साईं नाम जपो दिन राती
साईं साईं नाम जपने से,
संकट सब टल जातेहै,
विपदाओ से निकलकर,
अच्छी राह सब पातेहै,
बाबाजी ने दो मन्त्र दिए है,
श्रद्धा और सबुरी,
जो इनको अपनाता है,
विपदा उसकी दूर हुई,
बाबाजी आपने भक्तो से,
बहुत प्रेम करते है,
आता है जब कोई संकट उनपर,
स्वयं उसे ले लेतेहै,
बाबा को नहीं चाहिए,
धुप, दीप, फ़ल, फूल,
बाबा भक्त से बस चाहते,
सच्चे भाव का रूप,
जो सच्चे भाव से,
शरणागत हो जाता है,
फिर उसका जीवन,
परमानन्द को पता है,
साईं साईं नाम जपोगे तो,
जीवन सफल बनाओगे,
झूटी इस दुनिया तुम भी,
मुक्ति पास जाओगे!
साईं नाम जपो दिन राती,
साईं नाम से विपदा जाती
SAB KA MALIK EK
SABHI KO NAYE SAAL KI BAHUT BAHUT SHUB KAMNAYE,
HAPPY NEW YEAR TO ALL
Friday, 30 December 2011
सज रहे है जी साईं राम देखो शिर्डी में
ॐ साईं राम
सज रहे है जी साईं राम
देखो शिर्डी में
देखो शिर्डी में, देखो शिर्डी में
समाधी पे देखो धूम मची है
द्वारका माई भी जग-मग सजी है
स्वर्ग बना है साईं धाम, देखो शिर्डी में
देखो शिर्डी में ,देखो शिर्डी में
बाबा को मंगल स्नान कराएँ
सुनहरे चोले से बाबा को सजाएँ
भक्त कर रहे देखो प्रणाम, देखो शिर्डी में
देखो शिर्डी में ,देखो शिर्डी में
बाबा को सुंदर फूल चढ़ाये
कोई सुनहरी माला चढ़ाये
कर रहे सब गुणगान , देखो शिर्डी में
देखो शिर्डी में ,देखो शिर्डी में
बाबा के दर पे सवाली जो आया
झोली वो खाली भर भर के लाया
यहाँ बैठे हैं करुणा निधान, देखो शिर्डी में ,
देखो शिर्डी में ,देखो शिर्डी में
मालिक सभी का एक बताया
कोढ़ी को भी गले से लगाया
श्रधा सबुरी की शिक्षा महान देखो शिर्डी में
देखो शिर्डी में ,देखो शिर्डी में
Thursday, 29 December 2011
बाबा आप ही मेरे माता पिता हो
ॐ साईं राम
बाबा आप ही मेरे माता पिता हो ,
आप ही मेरे भाई बेहेन,
सब रिश्ते हैं झूटे यहाँ ,
कोई नहीं मेरा सहाई ,
न इच्छा है माया क़ि बाबा ,
और न ही रिश्ते नातों क़ि ,
सब रिश्ते है झूटे यहाँ ,
माया साथ न जाने क़ि,
बाबा आप सब कुछ जानते ,
करते सबका पालन पोषण ,
फिर क्यों इस झूटी दुनिया में,
मुझको आपने छोड़ दिया ,
कब आएगा वो दिन बाबा,
जब लेजाओगे अपने साथ ,
कब आएगा वो दिन बाबा,
जब करुँगी सेवा आपकी दिन रात ,
आप जैसा गुरु पा कर बाबा,
उद्धार मेरा हो गया ,
इस जीवन का मेरे बाबा,
लक्ष्य पूरा हो गया,
बाबा कृपा आपनी बस इतनी रखना,
हाथ आपका सदा आँचल के सिर पर रहे,
ना कभी भटकूँ में बाबा,
राह सही मिलती रहे!
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