ॐ सांई राम
साईं बाबा ज़रा, आके देखो मुझे
में परेशान हूँ , तेरे होते हुए
तुने सबको रखा अपने ही साये में
में क्यों वीरान हूँ, तेरे होते हुए
साईं बाबा ज़रा
तू तो दाता मगर, फिर भी मै फकीर हूँ
अपने माथे की मै रूठी तकदीर हूँ
रूठी तकदीर हूँ
कंठ होते हुए , स्वर के होते हुए
मै क्यों बेजुबान हूँ, तेरे होते हुए
साईं बाबा ज़रा
मन में मेरे छुपी है मिलन की लगन
तेरे दर्शन के प्यासे हैं ये मेरे नयन
हैं ये मेरे नयन
देखूं तुझको सदा अपने ही पास मै
भटके क्यों मन मेरा, तेरे होते हुए
साईं बाबा ज़रा
आओ साईं मेरे कर दो मुझपे करम
भय मिटाओ मेरे कर दो मुझपे करम
कर दो मुझपे करम
मर न जाऊं कहीं , तेरे दर पे यहीं
अनाथ कहलाऊँ ना, तेरे होते हुए
साईं बाबा ज़रा, आके देखो मुझे
में परेशान हूँ , तेरे होते हुए
ॐ सांई राम
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